Hindi Suvichar | JIYO DIL SE, Hindi qoutes |
ज़िंदगी में कुछ परेशानियां यू ट्यूब के उन विज्ञापनों
की तरह होती हैं जिनसे नहीं बचा जा सकता। पर वक़्त रहते वो परेशानियां कब ओझल हो
जाती पत्ता भी न चलता। इसलिये Be Relaxed. मैदान छोड़कर तो दुर्योधन भी नहीं
भागा था पत्ता होने के बावजूद के वो युद्ध हार जायेगा, फिर हम क्यों
निजी जिंदगी के मैदान से हारकर भागना चाहते? डटे रहने से सफलता अवश्य मिलती
रहेगी। JIYO
DIL SE
पता नही फिक्र
किस बात की है पर बेफिक्री से सोये जमाना हो गया। जिनके मन में करुणा है, दया है, ममता है, ईश्वर उन्हीं
में रमता है। जितना सरल रहोगे उतना सबके दिलों में जगह बना पाओगे। प्रेम का प्रवाह
उसी तरफ ज्यादा होता है, जहां प्यार से अधिक परवाह करने वाले होते हैं।
बाकी वक़्त को कभी गलत मत कहना, उसे हर जगह सही वक़्त पर पहुँचने की आदत होती है। JIYO DIL SE
शीशा और रिश्ता, दोनों नाजुक
होते हैं पर दोनों में अंतर यह है कि शीशा गलती से टूट जाता है और रिश्ता गलतफहमी
से। रिश्तों को शिकवों से ज्यादा खामोशियों से खतरा होता है। हो सके तो गलतफहमियों
को दूर करके खामोशियों को मुस्कराहट में बदल डालो। वाणी से ही ख़ुशी, वाणी ही गम का
कारण, वाणी ही पीड़ा
और वाणी ही मरहम। बाकी जो आपसे तंग आ जाए उसे छोड़ दो, क्योंकि बोझ बन
जाने से याद बन जाना बेहतर है। JIYO DIL SE
रातभर मेहमां
रहा अंधेरा, कौन रोक सका
सवेरा। जब जीवन का दर्पण नकारात्मता के कोहरे से गंदा हो जाये, तो अपने
विश्वास के साथ इसे पोंछने का प्रयास करें। आप फिर अपने सपनों का स्पष्ट प्रतिबिंब
देखेंगे। रिश्तों में मधुरता वहीं नष्ट होने लगती है, जब एक-दूसरे
में विशेषता कम और कमियाँ अधिक नज़र आने लगतीं हैं। जब मन का वास्तु ठीक हो तो
सारे संसार का वास्तु ठीक हो जाता है। मन को शांत रखने का प्रयत्न करते रहना
चाहिए। JIYO
DIL SE
रिश्ते, दोस्ती और
प्यार हर एक के भाग्य में होते है परंतु ये रुकते उन्ही के पास है जो इनकी कदर
करते है, उन्हे सम्मान
देते है। जिसके पास अधिक सुविधा है वह बड़ा नहीं है। बड़ा वो है जो बिना सुविधा के
भी आनंदित रह सकता है, प्रसन्न रह सकता है और अपने मन रूपी कल्पवृक्ष से
मीठे फल ले सकता है। धर्म चाहे जो भी हो, अच्छे इंसान बनना है। हिसाब हमारे
कर्म का होगा, धर्म का नहीं। JIYO DIL SE
ज़िंदगी भर
कितना भी धन-धन कर लो पर मरने के बाद शोक पत्रिका में निधन ही लिखा जाएगा, कड़वा सच है।
जितना है क्या कम है उतना? या जितना चाइये उसके बाद ये लालसा खत्म हो जानी? हमारे अंदर जो
भी योग्यता, क्षमता, और प्रतिभा है
- इन सब के सिर्फ तभी मायने हैं जब हमारे अंदर संतुलन है। धन भी जरूरी, ऐशो-आराम भी
जरूरी, परिवार भी
जरूरी, रिश्ते नाते भी
जरूरी, सबको समय देना
भी जरूरी, सेवा सिमरन
सतसंग भी जरूरी। सबका संतुलन बनाकर चलते चलो। JIYO DIL SE
सिर्फ़ वक्त ही
तय करेगा कि जो लोग हमारी ज़िंदगी में आये उनकी अहमियत क्या थी। बुरा करने वाले
ग़ायब हो जाएँगे और अच्छा करने वाले यादों में बने रहेंगे, कभी छोड़ कर
नहीं जाएँगे। अपनी गलतियों का एहसास होना अच्छी बात है पर ये एहसास सही समय पर
होना भी बेहद जरूरी है वरना इंसान के पास अफसोस करने का तो मौका होगा पर उस गलती
को सुधारने का मौका नहीं होगा। JIYO DIL SE
दर्ज़ी के पास
जाकर इतना सीखने की जरूरत है के, 2 साल बाद आप उसके पास जाओगे तो फिर से वो आपकी माप
लेता है नया सूट सीने के लिये। पुराने माप पर वो नहीं बनायेगा नया सूट, क्योंकि हो
सकता है कुछ बदलाव आए हों आपकी माप में। उसी तरह कई सालों बाद कोई गले लगकर आपसे
मिले जिससे आपको रंजिश हो तो उसे आप भी स्नेह देना, क्या पत्ता इतने समय बाद उस में भी
बदलाव आ गया हो। रंजिश को पाले रखना मतलब ज़हर को संभाले रखना और भूल जाना, Let Go करना मतलब इस
हसीन दुनिया को मूठी में करना। JIYO DIL SE
एक धागे की बात
रखने को मोम का रोम रोम जलता है। संदेह हमेशा मुसीबत के पहाड़ों का निर्माण करता
हैं और विश्वास पहाड़ों में से भी रास्ते का निर्माण करता है। याद रखें हमारा
विश्वास पहाड़ को भी खिसका सकता है, लेकिन हमारा शक बड़े बड़े पहाड़ भी खड़े
कर सकता है। ज़िन्दगी बेहद खूबसूरत है बस थोडा सा नज़रिया बदलने की ज़रूरत है, संघर्ष तो चलते
ही रहेंगे लेकिन किसी का प्रेम आपके साथ है तो उसे सहेज के रखें क्यूंकि वही असली
पूँजी है जो आपका मनोबल बनाये रखती है। JIYO DIL SE
कभी हिसाब
किताब तो लगाना क्या खोया क्या पाया इस साल। BALANCESHEET OF LOVE & HATRED, GOOD DEEDS Vs
BAD DEEDS. कितना अपने लिये जीये, कितना औरों से
दूर हुवे। कितना समय परिवार को दिया कितना समय मोबाइल में नष्ट किया। कितना अपने
स्वास्थ्य को बनाया, कितनी आदतों से खुद को जक्कड़ लिया। कितना
सकारात्मक होकर जीये, कितना ग्लानि और नकारात्मक विचारों ने आपको जीने
न दिया। जरूर बैठना अपने साथ खुद का बहीखाता लेकर। कभी हिसाब किताब तो लगाना क्या
खोया क्या पाया इस साल। JIYO DIL SE
महकते फूल बने
रहना, कभी FOOL न बनना।
बेपरवाह बनना पर लापरवाह कभी न बनना। मौन से जो कहा जा सकता है, वो शब्दों से
नहीं और जो दिल से दिया जा सकता है, वो हाथों से नहीं। मौन में रहने का
मतलब ये नहीं के मुँह सूजाकर बैठो या बोलो ही नहीं, बस जो बोलो सुझभुज और मिठास के साथ
बोलो। बाकी दिल और दिमाग में खुनस रखनेवाले हमेशा ही दुखी दुखी रहते हैं। JIYO DIL SE
यदि हमारी आंखे
सकारात्मक (+ve)
हैं तो हम जगत
से प्रेम करेंगे, यदि हमारी वाणी सकारात्मक ( +ve) है तो जगत हम
से प्रेम करेगा। आज के दौर में निराशा से बचना ही महत्व पूर्ण कदम है।
परिस्थितियों को विनम्रता से स्वीकार करना है क्योंकि निराशा हमें बनाती है और
आक्रामकता हमें डिप्रेशन में ले जाता है। यह सोच कर दुखी नही होना चाहिए कि लोग
हमे नही समझते क्योंकि तराजू में सिर्फ वजन को मापा जाता है गुणवत्ता को नहीं।
आपका कर्म ही आपकी विजय है। JIYO DIL SE
धर्म केवल
रास्ता दिखाता है, लेकिन मंजिल तक तो कर्म ही पहुँचाते है, महत्वकांक्षी
बने स्वार्थी नहीं। Believe in GOD and Do Your Karma. जमा किया गया
पैसा कभी साथ मे नही आता पर सिर्फ पैसा जमा करते करते जो गुनाह हम करते हैं, वह जरूर साथ मे
आते हैं। तराशिये खुद को कुछ इस कदर जहां में, पाने वाले को नाज़, खोने वाले को
अफसोस रहे। JIYO
DIL SE
. जो करना है आज
कर लो, कल तो ख़ुद कल
के इंतेज़ार में है। देर से समझ में आने वाला सच, ताला तोड़ने के बाद खोई हुई चाबी के
मिलने के समान है। मात्र उम्मीद की डोर से बंधा हुआ इंसान भी बहुत कुछ कर गुजरता
है कभी कभी। अतीत कितना भी कठिन क्यो न रहा हो, इंसान चाहे तो फिर से कभी भी शुरुआत
कर सकता है। JIYO
DIL SE
तारीफें दिन
बनाती है और ताने ज़िंदगी। तीरंदाज अपने तीर से नही, अपने लक्ष्य से जाना जाता है। जितने
ताने सुनने को मिले सुनते रहो, बस अपने लक्ष्य से न भटकना। ढूंढो तो
"सुकून" खुद में मिलेगा दूसरों में तो "उलझने" ही मिलेगी।
जीवन के हर मोड़ पर रोशनी की किरन खड़ी है, खुद को बेहतरीन बनाने में समय का
सदुपयोग करें उम्मीद किसी से नहीं रखें। JIYO DIL SE
कल धूप से
परेशान आज तकलीफ बारिश से, कल तबियत ठीक न थी, आज धंधा नहीं है, शिकायतें
बेशुमार हैं, इंसान की आदत
में। खुद के रास्ते खुद ही निकालो बाकी पूरी जिंदगी पड़ी है बहाने और शिकायतों के
लिये। दूर से हमें आगे के सभी रास्ते बंद नजर आते हैं क्योंकि सफलता के रास्ते
हमारे लिए तभी खुलते जब हम उसके बिल्कुल करीब पहुँच जाते हैं। काटेंगे तो उम्र है, जिएँगे तो
ज़िंदगी है। JIYO
DIL SE
बारिश में नहाना आसान तो है, लेकिन रोज
नहाने के लिए हम बारिश के सहारे नहीं रह सकते। इसी प्रकार भाग्य से कभी चीजें
आसानी से मिल जाती है किन्तु हमेशा भाग्य के भरोसे नहीं जी सकते। कर्म ही असली
भाग्य है। दुनिया में सब कुछ संभव है, बस उसकी शुरुआत आत्मविश्वास से होनी
चाहिए। बाकी दिमाग ठंडा रखोगे तो फैसले गलत नहीं होंगे और भाषा मीठी रखोगे तो अपने
दूर नहीं होंगे। JIYO DIL SE
पतझड़ में ही
रिश्तों की परख होती है बाकी बारिश में तो हर पत्ता हरा ही दिखता है। बहुत खास
होते हैं वो लोग जो आपके स्वभाव को सहन करके भी आपको हर वक़्त प्रोत्साहन देते हैं, मार्गदर्शन
देते हैं। ऐसे लोगों से जुड़े रहें और अपने आपको बदलें। हर वक़्त आप सही हो ऐसा लगना
वाजिब है पर दुनिया के हिसाब से जीना कोई सिखाये तो उसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाइये।
ऊँचाई को छूने के लिए पंखों की जरूरत केवल परिन्दों को ही पड़ती है, इंसान तो जितनी
विनम्रता से झुकता है उतनी ही ऊँचाई पर पहुँचता है। JIYO DIL SE
रामचंद्रजी ने
सिर्फ एक इशारे पर अपना राजपाट त्याग दिया, वनवास गये। मालमुद्दा तो छोड़ो, क्या आपने कभी
अपनी जिद, अपने अहँकार को
त्यागा है? कलयुग जो चल
रहा है, ईंट का जवाब
पत्थर से देने के अलावा कहाँ बात हज़म होती है। ईमानदारी, परिश्रम, सब्र, भाईचारे और
प्यार से हर वनवास को काटा जा सकता है चाहे रावण जैसी अनेक बाधाएं क्यों न आयें।
और जब जब आप विजयी होंगे तब तब भरत जैसी खुशियां आपका इंतज़ार करेंगी। फिर हर दिन
होली, रात दीवाली सी
लगेगी। JIYO
DIL SE
कठिन परिश्रम
से सफलता मिलती है, आलस्य से पराजय, अहंकार से कठिनाइयाँ। जिंदगी में
तोता नहीं बाज़ बनिये क्योंकि तोता बोलता बहुत है लेकिन उड़ता बहुत कम है, जबकि बाज़ शांत
रहता है लेकिन आसमान छूने की ताकत रखता है। जो व्यक्ति समाज में स्वयं का चेहरा
चमकाने के उद्देश्य से कार्य करता है वह कभी समाज का भला नहीं कर सकता। JIYO DIL SE
किसे सुनाएँ
अपना दर्द, यहाँ तो सब
कानों में इयर फोन ठूँसे रहते हैं। वैसे भी यहाँ लोग नमक और नज़र लिए बैठे हैं , घाव दिखाओ तो
नमक लगाते और खुशी बताओ तो नज़र लगाते। दुनिया के आगे न्यूट्रल रहो, कुछ सुनाना ही
है तो अपने इष्ट देव को सुनाओ। हामी के साथ साथ यहाँ मरहम भी मिलेगा और आगे जीने
की शक्ति भी मिलेगी। ये ना पूछो कि ये ज़िंदगी ख़ुशी कब देती है? क्योंकि ये
शिकायत उसे भी है, जिसे ये ज़िंदगी सब देती है। JIYO DIL SE
इतनी सीमेंट है
आजकल शहरों की हवाओ में, कब किसका दिल पत्थर का हो जाता है पता ही नहीं
चलता। जिनको जो बनना है बनने दो, आप मोम बनकर सबको रोशनी देते रहो। संपति के
उत्तराधिकारी अनेक लोग हो सकते हैं, लेकिन कर्मो के उत्तराधिकारी केवल आप
स्वयं ही होते हो। किसी की हसरत बनकर जियो, किसी को हासिल करने में क्या रखा है।
रिश्ता सबसे ऐसा बनाओ की जो भी मिले, फिर से मिलने को तरसे। JIYO DIL SE
अरमान उतने ही
अच्छे जहाँ स्वाभिमान बेचने की जरूरत ना पडे। प्रश्न को अच्छे से समझ लेना ही आधा
उत्तर है। चिंता से चतुराई घटे, दुख से घटे शरीर, लोभ से लक्ष्मी घटे, कह गए संत
कबीर। चिंता ऐसी डाकिनी, कट कलेजा खाय; वैद्य बेचारा क्या करे, कहा तक दवा
लगाये। मन की चंचलता कोई समस्या नहीं है। हम स्थिर नहीं हैं ये समस्या है। स्थिर
मन वाले हर बाज़ी जीत जाते हैं। JIYO DIL SE
पंछी कभी अपने
बच्चों के भविष्य के लिए घोंसले बनाकर नहीं देते, वे तो बस उन्हें ‘उड़ने’ की कला सिखाते
है। क्या हम भी अपने बच्चों को वो सब दे रहे जिससे उन्हें जीवन की कठनाइयों से
लड़ने में मदद मिले या सिर्फ उन्हें ऐशो आराम भरी जिंदगी दे रहे, उनके लिये मोटा
मोटा बैंक बैलेंस बना रहे? अपने बगीचे में उन चीजों को लगाएं, जिन्हें हम
विकसित होते देखना चाहते हैं - आशा, साहस, विश्वास, प्रेम, अपनापन। JIYO DIL SE
हनुमानजी अपनी
छोटी पूंछ से लंका जला सकते तो क्या हम छोटे छोटे संकल्पों से अपनी मंज़िल नहीं पा
सकते? एक छोटी जड़ीबूटी
को लाने के लिये पूरा पर्वत ला सकते तो क्या हम अपना तुच्छ अहंकार और शोऑफ़ त्याग
करके इस विराट पर्वतीय दुनिया को अपनी मुस्कराहट से वश नहीं कर सकते? आज श्री राम से
अधिक हनुमानजी के मंदिर हैं तो क्या हम ऐसा कुछ नहीं कर सकते जिससे इस जगत का, अपनो का, सर्वोपरि भला
हो? ऐसे सकारात्मक
कार्य नहीं कर सकते जिनसे हमारे जाने के बाद भी दुनिया हमें कभी ना भूले? JIYO DIL SE
बहुत सरल है
भीड़ देखकर कौरवों की ओर खड़े हो जाना, श्री कृष्ण जैसा साहस चाहिए सत्य का
साथ देने के लिए। "प्रसन्नता" के लिये बहुत कुछ एकत्रित करना पड़ता है -
ऐसा हम समझते है। किन्तु वास्तविकता में "प्रसन्नता" के लिए बहुत कुछ
त्यागना पड़ता हैं, ऐसा "अनुभव" कहता है। बाद का पश्चाताप
यदि पहले का विवेक बन जाए तो दुर्घटना टल जाती है। JIYO DIL SE
आग से कभी आग
नही बुझती, आग हमेशा ठंडे
पानी से ही बुझती है। ज़रूरतें और नींद ज़िंदगी में कभी पूरी नहीं होती है, जो जितनी
सुविधा में है वो उतनी ही दुविधा में है। निष्काम भाव से सेवा-करम करते चलो।
रिश्तों से अपेक्षाएं रखना स्वार्थ नहीं है, लेकिन अपेक्षाओं के लिये रिश्तेदारी
रखना स्वार्थ है। जब तक मन मे खोट और दिल मे पाप है, तब तक बेकार सारे मंत्र और जाप है।
रोते हुए को हँसाना और गिरे हुए को उठाना यही सच्ची मानवता है। JIYO DIL SE
लोगों के
दृष्टिकोण को लेकर ज्यादा मत सोचिए, क्योंकि सबसे ज्यादा वो लोग हमारा
मूल्यांकन करते हैं, जिनका खुद कोई मूल्य नहीं होता। जो इंसान दूसरे
की तरक्की देखकर अंदर ही अंदर जलता रहता वो कभी भी तरक्की नहीं कर सकता। बात करने
का मजा तो उन लोगों के साथ आता है, जिनके साथ कुछ बोलने से पहले कुछ
सोचना ना पड़े। JIYO DIL SE
जुबान और दिमाग तेज चलाने से रिश्तों की रफ्तार
धीमी पड़ जाती है। रिश्तों में मधुरता वहीं नष्ट होने लगती है, जब एक-दूसरे
में विशेषता कम और कमियाँ अधिक नज़र आने लगतीं हैं। सामनेवाले की समानताओं से
प्यार करो और मतभेदों की इज़्ज़त। फिसलती रेत से, सीख लो सबक जिन्दगी के, जोर अपनी जगह
होता है और नजाकत अपनी जगह। JIYO DIL SE
कठिन
परिस्थितियों में भी संघर्ष करने पर एक बहुमूल्य सम्पत्ति विकसित होती है, जिसका नाम है
"आत्मबल"। पैर में लगे कांटे ने बताया कि इस गली में ज़रूर कोई गुलाब है।
अगर काँटे जैसी कोई मुसीबत आयी है, अड़चन आयी है, और मन में आगे
बढ़ने का जज़्बा है तो समझो आगे गुलाब जैसा समाधान आपका इंतज़ार कर रहा। JIYO DIL SE
ज़िंदगी रेल सी
गुजर रही है, उम्मीदें
स्टेशन सी छूट रही है। जब तक दोनों तरफ नंबर सेव न हों तब तक हम एक दूसरे का
वॉट्सएप स्टेट्स नहीं देख सकते। रिश्तों का भी ऐसे ही है जब दोनों तरफ जज्बा़त ना
हों तो रिश्ता बरकरार नहीं रहता है। अगर मन की शान्ति चाहिए तो हर एक चीज पर ज्ञान
बाँटना कर दो, कभी कभी अज्ञान
भी शान्ति देता है। लोगों को जो सलाह दोगे वो उन्हें पहले से पता रहती ऐसा वो
मानते, तो फिर हर वक़्त
क्यों बेवजह के सरपंच बन जाते हो। JIYO DIL SE
मैं तो आज भी सारथि हूँ लड़ना तो तुम्हे ही होगा
पार्थ -श्रीकृष्ण। सारथी आज भी रथ चला रहा है, लड़ना हमें ही है। सीढियां उनके लिए
बनी है, जिन्हे छत पर
जाना है, जिनकी आसमां पर
नजर है उन्हें तो अपना रास्ता खुद बनाना है। व्यक्तित्व की भी अपनी भाषा होती है, जो कलम या जीभ
के इस्तेमाल के बिना भी लोगों के अंतर्मन को छू जाती है। JIYO DIL SE
अल्फ़ाज़ रद्दी
है अगर सामने वाला कबाड़ हो तो। शब्द यात्रा करते हैं इसलिए पीठ पीछे भी किसी की
निंदा न करें। कुछ हासिल करने के लिए ज़रूरी नहीं कि हमेशा दौड़ा ही जाए, बहुत सारी
चीज़ें ठहरने से भी प्राप्त हो जाती हैं जैसे सुख, शान्ति और सकून। आखिरी उम्मीद ही नही, पहला भरोसा भी
होना चाहिए हर इंसान को। अगर हम सब एक दूसरे की समस्याओं की कद्र नहीं करते, तो कोई समाधान
भी नहीं निकलेगा। हम सब सिर्फ एक दूसरे से लड़ते रहेंगे। JIYO DIL SE
महत्व इंसान का
नहीं, उसके अच्छे
स्वभाव का होता है, कोई एक पल में दिल जीत लेता है, कोई जिंदगी भर
साथ रहकर भी नहीं जीत पाता। अनुभव का निर्माण नहीं हो सकता, इसे समय देकर
ही पाया जा सकता है। उम्र में, ओहदे में, कौन कितना बड़ा है, फर्क नही पड़ता, सजदे में, लहजे में, कौन कितना
झुकता है, बहुत फर्क पड़ता
है। भाग्य बदल जायेगा अगर इरादे मजबूत होंगे वरना जीवन बीत जायेगा, किस्मत को दोष
देने में। JIYO
DIL SE
सुकून की तलाश
में बैचेन हैं सब, जिसे तलाश नहीं वो सुकून से है। कुछ नहीं होगा
अंधेरो को बुरा कहने से, अपने हिस्से का दीया खुद ही जलाना होगा। जब लोग
रिश्ता तोड़ने का फैसला कर लेते हैं तो सबसे पहले बातों का लहज़ा बदल लेते हैं। इस
बदले लहज़े को दस्तक समझकर रिश्ते को वापस सुलझाने की कोशिश करो या फिर तैयारी करके
रखो उस रिश्ते को खत्म करने की। पर फिल्मी अंदाज में ज़हर के घूंट मत पीयो। BE PRACTICAL. JIYO DIL SE
निंदा आकाश की ओर
फेंके गए उस पत्थर के समान है, जो लौटकर उसी पर गिरता है, जिसने उसे
फेंका था। जैसा करोगे वैसा भरोगे, जैसा सोचोगे वैसी सोच अंत में आप पर ही हावी
होगी। परमात्मा ने आपको सबसे अलग बनाया है, इसलिए दूसरों के जैसा बन कर अपनी
वास्तविकता को नष्ट न करें। ज्यादा ख्वाहिशे न रखो जिंदगी से, बस अगला कदम
पिछले से बेहतरीन होना चाहिए। JIYO DIL SE
प्रेम क्या है, दुआ है, लगाव है, दोस्ती है, इबादत है, इज्जत है, परवाह है, सफर है, ठहराव है, मंजिल है, सबसे ज्यादा एक
दूसरे की खुशी है। नीचा दिखाना, ईमान डगमगाना, दोगलापन, हक़ जताना, जलन, बेवफाई करना, ये प्रेम नहीं
है। जिन्हें ज्ञान है उन्हें घमंड कैसा, जिन्हें घमंड है उन्हें ज्ञान कैसा।
सत्य को शपथ की बैसाखी पर टिके रहने की क्या आवश्यकता है? यह अपनी जमीन
पर खड़े होने और अपने दृढ़ विश्वास के बल पर आगे बढ़ने में काफी सक्षम है। JIYO DIL SE
नदी जैसी
जिंदगी, दो किनारो जैसे
हालात हैं। एक किनारे ख्वाइशें और दूसरे किनारे जरूरतें। बस अगले ही मोड पर सकून
मिलेगा, इसी आस मे
जिंदगी चली जा रही है। ख़्वाहिशों की गुल्लक में सपनों के सिक्के है, परेशानियों से
फटे नोट, वो भी जिंदगी
के हिस्से हैं। कीमती तो बहुत कुछ होता है ज़िन्दगी में लेकिन हर चीज़ की कीमत सिर्फ
वक़्त ही समझा सकता है। अपनी काबलियत पर भरोसा रखो, अपने जज़्बे को तरोताज़ा रखो, वक़्त को वक़्त
दो, हर मुनासिब
ख्वाइश पूरी होगी। JIYO DIL SE
शक्कर को चाहे
अंधेरे में खाएं या उजाले में, मुँह मीठा ही होता है। उसी प्रकार अच्छे कर्मों
को हम अनजाने में भी करें, तो भी उसका फल मीठा ही होगा। बहुत बार हम बहुत
बड़े हादसे या नुकसान से बच जाते हैं, वो सिर्फ और सिर्फ ऐसे नेक कर्मो की
वजह से। इसलिये भी सकारात्मक सोच के साथ अच्छे कर्म करते रहना चाइये। जरुरत से
ज्यादा सम्हाल कर रखी हुई चीजें अक्सर वक्त पर नही मिलती हैं। तो फिर कभी कभी
जरुरत पर काम ना आ सकने वाले रिश्तों को तोड़ने मे इतनी जल्दबाजी क्यों? JIYO DIL SE
यह नहीं है कि रावण विद्वान था, महत्वपूर्ण बात
यह है कि एक विद्वान भी रावण हो सकता है। पानी में डूबकी लगाकर तीर्थ किये हजार, इनसे क्या होगा
अगर बदले नहीं विचार। जब खुद की नजरों से अपनी गलतियां नज़र आने लगे तो समझ लीजिए
कि ज़िन्दगी सुधरने का मौका दे रही है। मुंह खोलकर अज्ञानता दिखाने
से अच्छा है मौन रह जाना। JIYO DIL SE