" ना मुस्कुराने को जी चाहता है, ना आँसू बहाने को जी चाहता है लिखूं तो क्या लिखूं साईं की याद में, बस साईं के पास आने को जी चाहता है। " -
" कोई घर मांगता है,कोई वर मांगता है, ये दास तो बस अपने साईं का दीदार माँगता है । " -
" कोई ज़माने के लिए पागल होता है, कोई कमाने के लिए पागल होता है पर सच्चा पागल तो वही है इस दुनिया में, जो साईं को पाने के लिए पागल होता है " -
" आंसू पोंछ कर मेरे साईं ने हसाया है मुझे, मेरी हर गलती पर भी मेरे साईं ने सीने से लगाया है मुझे, विश्वास क्यों न हो मुझे अपने साईं पर, मेरे साईं ने हर हाल में जीना सिखाया है मुझे " -
" हर ताले की चाबी है उसके हाथ में, मेरे साईं की कृपा है जिसके साथ में। " -
" नसीब में जो नहीं लिखा वो भी मिल जाता है, मेरे साईं की रहमत से पत्थर भी खुदा बन जाता है।" -
" ना हिन्दू आता है, ना मुसलमान आता है, मेरे साईं के दर पर सिर्फ इंसान आता है। " -
" जो खोया है उससे भी बेहतरीन पाएंगे, सब्र रख ऐ साईं भक्त तेरे भी दिन आएंगे। जय साईं बाबा!" -
" जिस हृदय में साईं बाबा बस जाएंगे, उस हृदय से सारे दुःख-दर्द मिट जाएंगे।" –
" किसने कहा तेरे दर से मांगने वाला गरीब होता है तेरे दर पहुँचने वाला तो सबसे बड़ा खुशनसीब होता है। " –
" तू ही अल्लाह तू ही राम, तू ही वाहेगुरु, तू ही जीसस तुझमें ही समाया है सारा जगत, तेरे चरणों में हैं सारे धाम।" –
" कोई साईं के लिए फूल लाया है, कोई लाया है उपहार मेरे पास कुछ नहीं है तुझे देने के लिए, मैं तो लाया हूँ इक सच्चा प्यार।" –
" तू ही अल्लाह तू ही राम, तू ही वाहेगुरु, तू ही जीसस तुझमें ही समाया है सारा जगत, तेरे चरणों में हैं सारे धाम। " –
" मैं ना मांगू सोना चांदी, ना ही हीरे मोती मैं तो मांगू तेरी रहमत, तुझे प्रणाम है मेरा कोटि – कोटि ।" –
" जिस पे भी रख दे हाथ मेरा साईं, उसको ज़िंदगी में नहीं होती कोई पीड़ा ऐसी रहमत है मेरे साईं की यारो, पत्थर भी बन जाता है नायाब हीरा ।" –
" साईं के दर पर जो भी आया है, उसने अपने दुखों का हल पाया है मेरे साईं का इतना बड़ा दिल है यारो, जिसने जो माँगा है वो पाया है" –